सूरजपुर। आधुनिकता के इस डिजिटल युग में पैसा ट्रांसफर करना जितना आसान हुआ है, उतना ही साइबर अपराधियों के लिए लोगों को ठगना भी आसान बन गया है। ठग अब संदिग्ध लिंक, झूठे कॉल और ओटीपी के बहाने भोले-भाले लोगों की मेहनत की कमाई पर हाथ साफ कर रहे हैं। ऐसे में खुद जागरूक रहना और दूसरों को सतर्क करना ही सबसे बड़ा बचाव है। सोमवार  को स्वामी आत्मानंद स्कूल प्रेमनगर में आयोजित “साइबर सुरक्षा संवाद कार्यक्रम” के दौरान डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने कही।


साइबर फ्रॉड पीड़ितों ने साझा किए अनुभव

कार्यक्रम में प्राचार्य मनोज झा, शिक्षक कमलेश टेकाम, अमरजीत सोलंकी, छात्र-छात्राएं ज्योति साहू, साक्षी दुबे, इंडिया रजक, श्याम लाल साहू व आलोक सिंह ने अपने या परिजनों के साथ हुए साइबर फ्रॉड की घटनाएं साझा कीं।

प्राचार्य झा ने बताया कि एक व्यक्ति ने उनके मोबाइल पर कॉल कर बच्चे की बीमारी का बहाना बनाते हुए पैसे ठग लिए। छात्रों ने भी अपने अनुभव साझा कर कहा कि किसी अनजान लिंक, कॉल या संदेश पर भरोसा न करें और अपनी निजी जानकारी कभी साझा न करें। यदि कोई धोखाधड़ी होती है तो राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर तुरंत शिकायत दर्ज कराएं।


डीआईजी ठाकुर बोले – जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार

एसएसपी ठाकुर ने कहा कि जिले में चल रहे साइबर सुरक्षा संवाद अभियान को जनता का व्यापक सहयोग मिल रहा है। सोशल मीडिया और जनजागरूकता कार्यक्रमों से लोग सतर्क हो रहे हैं।

उन्होंने कहा – “अगर कोई आपसे ओटीपी या बैंक विवरण मांगता है तो साफ कहें कि हम बैंक जाकर ही काम कराएंगे। संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें और किसी भी निजी जानकारी को साझा करने से बचें।” उन्होंने यह भी बताया कि साइबर फ्रॉड होते ही 1930 पर कॉल करने से ठग के खाते और रकम को तुरंत होल्ड कराया जा सकता है, जिससे पीड़ित की रकम वापस मिलने की संभावना रहती है।

जन-जागरूकता से ही संभव रोकथाम

नगर पंचायत अध्यक्ष सुखमनिया जगते और एसडीओपी प्रेमनगर नरेन्द्र सिंह पुजारी ने भी साइबर सुरक्षा के उपायों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि लालच में आकर किसी पर भरोसा न करें—“कम समय में दोगुना पैसा” या “लॉटरी जीतने” के नाम पर कैसे लोगों से ठगी की जा रही है, इसके उदाहरण भी बताए।

कार्यक्रम में प्राचार्य आर.बी. सिंह, थाना प्रभारी प्रेमनगर विराट विशि, शिक्षक देव सिंह, कुमार सिंह, बी. कंवर, पूनम कश्यप, आशिष एक्का, स्वामी आत्मानंद, आईटीआई, कस्तुरबा गांधी स्कूल एवं छात्रावास प्रेमनगर के छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।